Amar Hutatma Maa Ka Hutatma Beta Rajiv INR 156.00
Book summary
स्वतन्त्रा भारत के इतिहास में इन्दिरा जी का प्रधान मन्त्रिात्व काल उनके कौशल, कूटनीति, सूझबूझ, राजनैतिक परिपक्वता, व्यवहार कुशलता और उनकी अदम्य शक्ति के अदभुत सम्मिष्रण का राज कौशल काल कहा जाये तो कोई अतिशयोक्ति न होगी। अपने राष्ट्र की रक्षार्थ उनकी शहादत भी अपने आप मे एक मिसाल है। लेकिन विश्व इतिहास की संभवतः यह प्रथम शहादत है जिसमें माँ और बेटे की शहादत का न केवल भारत बल्कि सम्पूर्ण विश्व साक्षी रहा है। इस पुस्तक का प्रत्येक पृष्ठ वैदिक ऋचाओं से आरम्भ हुआ है। ये सभी ऋचाएं स्व. राजीव गांधी के चरित्रा के विभिन्न आयामों, चारित्रिाक विशेषताओं को प्रतिभासित करती है।